पुराने बक्से के कोने में आज भी वही ख़ुशबू महफूज़ है । पुराने बक्से के कोने में आज भी वही ख़ुशबू महफूज़ है ।
तो तू भी है मेरे चारों धाम। माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम।। तो तू भी है मेरे चारों धाम। माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम।।
रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं, गुड रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं...
बर्फ़ सी ढकी हुई पहाड़ियां, दिल की मिटाती है वो तन्हाइयां दिल में चल जाता है किसी का ती बर्फ़ सी ढकी हुई पहाड़ियां, दिल की मिटाती है वो तन्हाइयां दिल में चल जाता है...
सोची लिखने की आज फिर शुरुआत करूँ जंग पड़ी लेखनी को कोई सौगात दूँ, तो याद आ गई मुझ सोची लिखने की आज फिर शुरुआत करूँ जंग पड़ी लेखनी को कोई सौगात दूँ, तो...
वो छोटी सी दुनिया था निश्चल सा मन, नहीं कोई भय था वहां था अमन, साथी दिखाऊं तुमको आओ वो छोटी सी दुनिया था निश्चल सा मन, नहीं कोई भय था वहां था अमन, साथी ...